यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओ की तैयारी कर रहे है तो आप इस आर्टिकल के माध्यम से 2 – 5 नम्बर पक्का कर सकते है। यह महत्वपूर्ण आर्टिकल (हिन्दी साहित्य के वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर – Objective Q&A of Hindi Literature) आपके लिए मददगार साबित होगी। निचे दिए गए प्रश्न विभिन्न प्रकार की परीक्षाओ जैसे Bank, SSC, Railway, State PSC, UPSC, CDS एवं State Police के परीक्षाओ में पहले भी पूछे जा चुके है।
- ‘अतीत के चलचित्र’ के रचयिता कौन हैं? – महादेवी वर्मा
- ‘अशोक के फूल’ (निबंध सग्रह) के रचनाकार कौन हैं? – हज़ारी प्रसाद द्विवेदी
- ‘अष्टछाप’ के सर्वश्रेष्ठ भक्त कवि कौन हैं? – सूरदास
- ‘आँसू’ (काव्य) के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद
- ‘एक नार पिया को भानी। तन वाको सगरा ज्यों पानी।’ यह पंक्ति किस भाषा की है? – ब्रजभाषा
- ‘कामायनी’ किस प्रकार का ग्रंथ है? – महाकाव्य
- ‘गागर में सागर’ भरने का कार्य किस कवि ने किया है? – बिहारीलाल
- ‘गाथा’ (गाहा) कहने से किस लोक प्रचलित काव्यभाषा का बोध होता है? – प्राकृत
- ‘घनिष्ठ’ की शुद्ध उत्तरावस्था क्या है? – घनिष्ठतर
- ‘चारु’ शब्द की शुद्ध भावात्मक संज्ञा क्या है? – चारुता
- ‘चिंतामणि’ के रचयिता कौन हैं? – रामचन्द्र शुक्ल
- ‘जो अपनी जान खपाते हैं, उनका हक उन लोगों से ज़्यादा है, जो केवल रुपया लगाते हैं।’ यह कथन ‘गोदान’ के किस पात्र द्वारा कहा गया है? – महतो
- ‘जो जिण सासण भाषियउ सो मई कहियउ सारु। जो पालइ सइ भाउ करि सो तरि पावइ पारु॥’ इस दोहे के रचनाकार का नाम क्या है? – देवसेन
- ‘झरना’ (काव्य संग्रह) के रचयिता कौन हैं? – जयशंकर प्रसाद
- ‘दुरित, दुःख, दैन्य न थे जब ज्ञात, अपरिचित जरा-मरण-भ्रू पात।।’ इस पंक्ति के रचनाकार कौन हैं? – सुमित्रानंदन पंत
- ‘देखन जौ पाऊँ तौ पठाऊँ जमलोक हाथ, दूजौ न लगाऊँ, वार करौ एक करको।’ ये पंक्तियाँ किस कवि द्वारा सृजित हैं? – नाभादास
- ‘दोहाकोश’ के रचयिता कौन हैं? – सरहपा
- ‘नमक का दरोगा’ कहानी के लेखक कौन हैं? – प्रेमचंद
- ‘नागनंदा’ नामक संस्कृतनटक की रचना किस शासक ने की? – हर्षवर्धन ने
- ‘नाट्यशास्त्र’ की रचना किसने की? – भरत मुनि
- ‘निराला के राम तुलसीदास के राम से भिन्न और भवभूति के राम के निकट हैं।’ यह कथन किस हिन्दी आलोचक का है? – डॉ. रामविलास शर्मा
- ‘निरुत्तर’ शब्द का शुद्ध सन्धि विच्छेद क्या है? – निः+उत्तर
- ‘निशा -निमंत्रण’ के रचनाकार कौन हैं? – हरिवंश राय बच्चन
- ‘पंचवटी’ कौन-सा समास है? – द्विगु
- ‘पद्मावत’ किसकी रचना है? – मलिक मुहम्मद जायसी
- ‘परहित सरिस धर्म नहि भाई, परपीड़ा सम नहिं अधमाई’। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – तुलसीदास
- ‘पल्लव’ के रचयिता कौन हैं? – सुमित्रानंदन पंत
- ‘पवित्रता की माप है मलिनता, सुख का आलोचक है दुःख, पुण्य की कसौटी है पाप।’ यह कथन ‘स्कन्दगुप्त’ नाटक के किस पात्र का है? – देवसेना
- ‘प्रगतिवाद उपयोगितावाद का दूसरा नाम है।’ यह कथन किसका है? – नन्द दुलारे बाजपेयी
- ‘प्रभातफेरी’ काव्य के रचनाकार कौन हैं? – नरेन्द्र शर्मा
- ‘प्रिय दर्शिका’ नामक संस्कृत ग्रंथ की रचना किस शासक ने की? – हर्षवर्धन ने
- ‘प्रेमसागर’ के रचनाकार कौन हैं? – लल्लू लालजी
- ‘बाँगरू’ बोली का किस बोली से निकट सम्बन्ध है? – खड़ीबोली
- ‘बैताल पच्चीसी’ के रचनाकार कौन हैं? – सूरति मिश्र
- ‘भक्तमाल” भक्तिकाल के कवियों की प्राथमिक जानकारी देता है, इसके रचयिता कौन थे? – नाभादास
- ‘भरहूत स्तूप’ का निर्माण किसने कराया? – पुष्यमित्र शुंग ने
- ‘भारत भारती’ (काव्य) के रचनाकार कौन हैं? – मैथिलीशरण गुप्त
- ‘मनुष्य के आचरण के प्रवर्तक भाव या मनोविकार ही होते हैं, बुद्धि नहीं।’ यह कथन किसका है? – रामचन्द्र शुक्ल का
- ‘रस मीमांसा’ रस-सिद्धांत से सम्बन्धित पुस्तक है, इस पुस्तक के लेखक कौन हैं? – आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
- ‘रानी केतकी की कहानी’ की भाषा को क्या कहा जाता है? – खड़ीबोली
- ‘रामचरितमानस’ में कितने काण्ड हैं? – 7
- ‘रामचरितमानस’ में प्रधान रस के रूप में किस रस को मान्यता मिली है? – भक्ति रस
- ‘लहरें व्योम चूमती उठती। चपलाएँ असंख्य नचती।’ पंक्ति जयशंकर प्रसाद के किस रचना का अंश है? – कामायनी
- ‘शिवा बावनी’ के रचनाकार कौन हैं? – भूषण
- ‘संस्कृति के चार अध्याय’ किसकी रचना है? – रामधारी सिंह ‘दिनकर’
- ‘साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप’। इस पंक्ति के रचयिता कौन हैं? – कबीर
- ‘सुन्दर परम किसोर बयक्रम चंचल नयन बिसाल। कर मुरली सिर मोरपंख पीतांबर उर बनमाल॥ ये पंक्तियाँ किस रचनाकार की हैं? – सूरदास
- ‘सुहाग के नूपुर’ के रचयिता कौन हैं? – अमृतलाल नागर
- ‘हरिश्चन्द्री हिन्दी’ शब्द का प्रयोग किस इतिहासकार ने अपने इतिहास ग्रंथ में किया है? – रामचन्द्र शुक्ल
- ‘हितोपदेश’ की रचना किसने की? – नारायण पंडित
- ‘हिन्दी साहित्य का अतीत: भाग- एक’ के लेखक का क्या नाम है? – डॉ. विश्वनाथ प्रसाद मिश्र
- ‘कनक-कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय’ में कौन-सा अलंकार है? – यमक
- ‘पृथ्वीराज रासो’ के रचनाकार कौन हैं? – चन्दबरदाई
- अंकोरवाट कहाँ स्थित है? – कंबोडिया
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