छत्तीसगढ़ प्रदेश की जलवायु || Climate of Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ प्रदेश की जलवायु || Climate of Chhattisgarh
जलवायु किसी बड़े भौगोलिक प्रदेश का औसत मौसम है जो एक लम्बे समय से बना रहता है। दूसरे शब्दों में किसी इलाके का किसी एक तरह का औसत मौसम अगर लम्बे समय से बना रहता है तो उसे उस क्षेत्र की जलवायु कहा जाता है। वायुमंडलीय दाब, आर्द्रता, तापमान आदि जलवायु के मुख्य घटक हैं।
- जलवायु एक अरबी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ ऋतुओं के दिशा में परिवर्तन होता है।
छत्तीसगढ़ की जलवायु की विशेषताएँ – Chhattisgarh ki jalvayu gk in hindi
1. छत्तीसगढ़ की जलवायु मानसून आधारित है। |
2. छत्तीसगढ़ में वर्षा का वितरण पर्वतों की स्थिति द्वारा प्रभावित होती है |
3. छत्तीसगढ़का सबसे ठंडा स्थान – मैनपाट (सरगुजा) |
4. छत्तीसगढ़ का सबसे गर्म स्थान – चांपा |
5. छत्तीसगढ़ की चेरापूंजी – अबूझमाड़ (नारायणपुर) |
6. छत्तीसगढ़ की शीतकालीन वर्षा – पश्चिमी गर्तों से |
7. छत्तीसगढ़ में जलवायु फैलाव – उपार्द्र महाद्वीपीय |
8. छत्तीसगढ़ की अधिकांश मानसूनी वर्षा – बंगाल की खाड़ी शाखा से |
9. छत्तीसगढ़ में कम वर्षा – मैकल रेंज (कवर्धा) |
10. छत्तीसगढ़ की औसत वार्षिक वर्षा – 1300-1325 मिमी. |
11. छत्तीसगढ़ में मानसून प्रवेश – 10 जून से 15 जून के मध्य |
12. छत्तीसगढ़ में उष्णकटिबंधीय जलवायु पाया जाता है। छत्तीसगढ़ कर्क रेखा (Cancer Line) (23%° उत्तरीय अक्षांश) में स्थित है, इस कारण यहां उष्णकटिबंधीय प्रकार के मौसम पाये जाते है। |
13. छत्तीसगढ़ में वर्षा दक्षिण-पश्चिम मानसून के साथ, भू-आवेष्ठित राज्य होने के कारण, उष्णकटिबंधीय उपार्द्र महाद्वीपीय जलवायु पायी जाती है। |

छत्तीसगढ़ प्रदेश की जलवायु || Climate of Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ की ऋतुएँ ( Seasons of Chhattisgarh)
पुरे भारत में चार ऋतुएँ पायी जाती है। किन्तु छत्तीसगढ़ में मुख्यतः तीन ऋतुएँ ही पायी जाती है।
ग्रीष्म ऋतु (Summer Season) | वर्षा ऋतु (Rainy Season) | शीत ऋतु (Winter Season) |
1. ग्रीष्म ऋतु (CG Summer Season)
- अवधि – 16 फरवरी से 15 जून तक
- सर्वाधिक गर्म माह – मई
- मई के उत्तरार्द्ध एवं जून के पूर्वार्द्ध में उष्ण तथा शुष्क हवाएं चलन
- सर्वाधिक गर्म स्थान – चांपा
- सर्वाधिक औसत तापमान – रायगढ़ व जांजगीर जिले के कुछ भाग
2. वर्षा ऋतु (CG Rainy Season)
- अवधि – 16 जून से 15 अक्टूबर तक
- मानसून प्रवेश – 10 जून से 15 जून के मध्य
- वर्षा के स्रोत – मानसून
- प्रदेश की 90% वर्षा इसी ऋतु में होती है।
- प्रकार – दक्षिण-पश्चिम मानसून से
- औसत वर्षा – 1300 से 1325 मि.मी.
- – 125 सेमी.
- मानसून शाखा छ.ग. में मुख्यतः वर्षा, दक्षिण-पश्चिम मानसून से होती है, जो भारत के विशेष संरचना के कारन दो भागों में विभाजित होती है। जिसकी एक शाखा पश्चिमी शाखा बंगाल की खाड़ी से (90%) सर्वाधिक वर्षा होती है।
सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र | न्यूनतम वर्षा वाला क्षेत्र |
1500 मि.मी. से अधिक क्षेत्र 1. दंडकारण्य क्षेत्र 2. जशपुर क्षेत्र 3. रायगढ़ बेसिन |
1300 मि.मी. से कम क्षेत्र 1. उत्तर पूर्वी बघेलखण्ड 2. मैकल श्रेणी 3. मध्यवर्ती महानदी बेसिन |
3. शीत ऋतु (CG Winter Season)
- अवधि- 16 अक्टूबर से 15 फरवरी
- शीतकालिन वर्षा – पश्चिमी गर्त से
- सर्वाधिक ठण्डा स्थान – मैनपाट
- सर्वाधिक ठण्डा माह – दिसम्बर